रेडिएशन के चलते पाकिस्तानी नेता के बीमार होने के दावे से पुराना वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी का यह वायरल वीडियो साल 2023 का है.



पाकिस्तान में रेडिएशन रिसाव के अफवाहों के बीच सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि रेडिएशन की वजह से उनको अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फर्जी है. यह वीडियो साल 2023 का है, तब पूर्व मंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता फवाद चौधरी गिरफ्तारी से बचने के लिए नाटकीय ढंग से कोर्ट बिल्डिंग की ओर भागते नजर आए थे.
भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने किराना हिल्स पर हमले और इसके चलते हुए रेडिएशन के रिसाव की खबरें प्रसारित हुईं. हालांकि एयर मार्शल ए.के. भारती ने इन अफवाहों का खंडन किया और बताया कि किराना हिल्स को निशाना नहीं बनाया गया.
इन अफवाहों पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी सफाई दी है और कहा है कि परमाणु केंद्र से किसी तरह के रेडिएशन रिसाव या उत्सर्जन की घटना नहीं हुई है.
वायरल वीडियो क्लिप में फवाद चौधरी बुरी तरह हांफते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा इसमें दो लोग उन्हें सहारा देकर ले जाते भी दिख रहे हैं.
फेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी को रेडिएशन के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया लगता है पाकिस्तान में भारी तबाही आने वाली है. #FawadChaudhry #Rediation #Pakistan #IndiaPakistanWar'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वीडियो दो साल पुराना है
बूम ने जांच के दौरान पाया कि पाकिस्तान में किसी तरह के रेडिएशन के उत्सर्जन की खबरें गलत है. बूम ने इस संबंध में वायरल हो रहे एक फर्जी लेटर का भी फैक्ट चेक किया था. इससे साफ था कि वायरल वीडियो के साथ फवाद चौधरी के रेडिएशन के बाद अस्पताल में भर्ती कराए जाने का दावा गलत है.
आगे हमने वीडियो की पड़ताल के लिए इसके एक कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें मिलते-जुलते विजुअल वाली मई 2023 की कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं. न्यूज 18 की 17 मई 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, 16 मई को पाकिस्तान के पूर्व मंत्री और पीटीआई नेता फवाद चौधरी गिरफ्तारी से बचने के लिए उच्च न्यायालय की बिल्डिंग की तरफ भागते नजर आए.
एनडीटीवी और हिंदुस्तान टाइम्स की 16 मई 2023 की रिपोर्ट में बताया गया कि तब फवाद चौधरी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर लोक व्यवस्था बनाए रखने के लिए हिरासत में लिया गया था.
उनपर आरोप था कि उन्होंने आगजनी और हिंसक विरोध प्रदर्शन को बढ़ावा दिया और प्रदर्शनकारियों को भड़काया था.
फवाद चौधरी द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई के बाद इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने हिंसक विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं लेने की शर्त पर उनकी रिहाई का आदेश दिया था. तब फवाद अदालत द्वारा लिखित आदेश जारी किए जाने की प्रतीक्षा किए बिना ही बाहर निकल आए.
इसी क्रम में दोबारा गिरफ्तारी से बचने के लिए वह नाटकीय ढंग से भागने लगे, जिसके बाद वह बुरी तरह हांफते नजर आए जिसे वायरल वीडियो में भी देखा जा सकता है. इससे साफ है फवाद खान के इस वाकये का वीडियो फिलहाल का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. इस संबंध में WION और पाकिस्तानी आउटलेट DAWN उर्दू की रिपोर्ट भी देखी जा सकती है.